तू तू मैं मैं
अगर काटना है यह जीवन जो मस्ती में
बहुत जरूरी पति-पत्नी में तू तू मैं मैं
तू तू मैं मैं ना होगी, तकरार ना होगी
जीत किसी की और किसी की हार न होगी
नहीं रूठना होगा और ना मान मनौव्वल
होगा प्यार ही प्यार अगर जीवन में केवल
मजा ना देगी ,भरी मिठाई , थाली पूरी
स्वाद चाहिए ,संग होना, नमकीन जरूरी
इसी तरह यदि बीच प्यार के, हो जो झगड़ा
देता है जीवन में सुख को और भी बढ़ा
बिन लड़ाई के ये जीवन है सूना सूना
लड़कर प्यार करो ,आनंद आता है दूना
लड़ती है जबआंखें, होता तभी प्यार है
बिन पतझड़ के कभी नहीं आती बहार है
नहीं एकरसता चाहते हो यदि जीवन में
बहुत जरूरी ,पति-पत्नी में ,तू तू मैं मैं
मदन मोहन बाहेती घोटू
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