Wednesday, August 17, 2011

डुगडुगी राजा

डुगडुगी  राजा
-------------
जब से लोगों ने दिखाए थे काले झंडे
तब से कुछ दिन तक पड़े थे ये ठन्डे
पर टी वी पर आने की लालसा इतनी प्रबल है
करने लग गए फिर से बातें अनर्गल  है
जब भी कोई विद्रोह का स्वर उठाता है
तो इनका कुनबा ,उसकी चार पुश्तों की,
जन्मपत्री खंगालने में जुट जाता है
काजल के टीके को भी,काला दाग  कह कर के,
डुगडुगी बजायेंगे
अपने गिरेबान में तो ,झाँक कर के तो देखे,
खुद को पूरा काला पायेगे
वोह तो गनीमत है की आजकल,
हाय कमांड ने लगा दिया प्रतिबन्ध है
और इनकी जुबान बंद है
वर्ना ये फिर बकवास करते कुछ ऐसे
'अन्ना के नाम में ही अन्न है,
फिर वो भूख हड़ताल पर कैसे '?

मदन मोहन बाहेती 'घोटू'



No comments:

Post a Comment