आओ ,तुरपाई करें
जाने अनजाने हुई गलतियों की ,
आओ भरपाई करें
उधड़ते हुये रिश्तों को ,फिर से मजबूत करने ,
थोड़ी सिलाई करें
आओ तुरपाई करें
आपकी कोई बात ,अगर चोंट पहुंचाती ,
किसी के दिल को गड़ती है
तो माफ़ी मांग लेने से आप छोटे नहीं होते ,
आपकी गरिमा बढ़ती है
बेहतर है हम अपनी जुबान पर काबू रखें ,
किसी का दिल न दुखाएं
और ये कोशिश करें ,अगर आ सकते है ,
किसी के काम आयें
किसी के घावों पर ,प्यार का मलहम लगा ,
रिसते हुए जख्मों को भरें
आओ हम तुरपाई करें
नेकी कर भूल जायें ,किसी को दिखलाने ,
नहीं उसका शोर करें
दूसरों की अच्छाइयों और अपनी बुराइयों पर,
अच्छी तरह गौर करें
सबके प्रति अपने मन में ,दया की भावना ,
और प्यार भरपूर रखें
और हमेशा खुद को ,घमंड की आहट से
भी बहुत दूर रखें
भूल कर भी ,किसी के सामने ,किसी की ना ,
कोई भी बुराई करें
आओ तुरपाई करें
मदन मोहन बाहेती'घोटू '
जाने अनजाने हुई गलतियों की ,
आओ भरपाई करें
उधड़ते हुये रिश्तों को ,फिर से मजबूत करने ,
थोड़ी सिलाई करें
आओ तुरपाई करें
आपकी कोई बात ,अगर चोंट पहुंचाती ,
किसी के दिल को गड़ती है
तो माफ़ी मांग लेने से आप छोटे नहीं होते ,
आपकी गरिमा बढ़ती है
बेहतर है हम अपनी जुबान पर काबू रखें ,
किसी का दिल न दुखाएं
और ये कोशिश करें ,अगर आ सकते है ,
किसी के काम आयें
किसी के घावों पर ,प्यार का मलहम लगा ,
रिसते हुए जख्मों को भरें
आओ हम तुरपाई करें
नेकी कर भूल जायें ,किसी को दिखलाने ,
नहीं उसका शोर करें
दूसरों की अच्छाइयों और अपनी बुराइयों पर,
अच्छी तरह गौर करें
सबके प्रति अपने मन में ,दया की भावना ,
और प्यार भरपूर रखें
और हमेशा खुद को ,घमंड की आहट से
भी बहुत दूर रखें
भूल कर भी ,किसी के सामने ,किसी की ना ,
कोई भी बुराई करें
आओ तुरपाई करें
मदन मोहन बाहेती'घोटू '
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