जो बीत गया वह अच्छा था ,
जो आएगा अच्छा होगा
यह सोच शांति देगा मन को ,
जीवन में सुख सच्चा होगा
अच्छा या बुरा सभी कुछ जो ,
तुमने कर डाला ,कर डाला
उसका रोना रोने से अब ,
कुछ लाभ नहीं होने वाला
इससे बेहतर अब यह होगा
जितना भी शेष बचा जीवन
तुम सेवा और सत्कर्म करो ,
लो रामा राम में अपना मन
जीवन वैसे ही बीतेगा ,
नियति ने जो रच्चा होगा
जो बीत गया वो अच्छा था ,
जो आएगा अच्छा होगा
यदि सोच सकारात्मक है तो,
चिंतायें नहीं सताएगी
ना सूरज प्रखर तपायेगा,
ना काली रात डरायेगी
आशा के दीप जला रखना,
मन में ना कभी निराशा हो
मायूसी मुख पर ना झलके,
चेहरा हरदम मुस्काता हो
मत रखो अपेक्षा कोई से ,
दिल टूट गया तो क्या होगा
जो बीत गया वह अच्छा था
जो आएगा अच्छा होगा
मदन मोहन बाहेती घोटू
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